Thursday, September 03, 2009

केशनी बनाम कंसनी

From New LOOK

From New LOOK

From Team Jai Shri Krishna

नियति नहीं है पूर्व निर्धारित

इसको हर क्षण मानव निर्णय बदलता रहता है

अन्धा-युग की ये पंक्तियाँ मेरे पात्र केशनी के साथ आजकल एकदम चरितार्थ हो रही हैं ………इन दिनों मेरे पात्र केशनी की भी नियति बदल गयी है। वह, जो कभी कॄष्ण की भक्त थी, अब कृष्ण और उसके परिवार की सबसे बड़ी प्रतिद्वन्दी बनकर उभर रही है

शुरु में केशनी का पात्र जितना सरल और एक आयामी था, अब उतना ही जटिल और बहुआयामी हो गया है

निश्चित रूप से अब केशनी करने में ज़्यादा मज़ा रहा है ……… अभी कुछ दिनों पहले ही मेरे निर्देशक टी. एल. वी. प्रसाद ने मुझसे कहा कि तुम बहुत अच्छा कर रही हो, अगर ऐसा ही करती रही, तो तुम्हारा रोल भी बालिका वधु की दादी सा जैसा हो जाएगा। सचमुच ये सुनकर बड़ा अच्छा लगा………. और मैने उनसे कहा, सर !!! मैं तो वही कर पा रही हूँ जो आप मुझे बताते हैं। मैं यहाँ एक बात बताना चाहूँगी कि जब मैं सीन करती हूँ तो टी. एल. वी. सर हमेशा कहते रहते हैंकेशनी MORE ENERGY’ …… मैं उनका कहना मान कर Energy बढ़ाती जाती हूँ अब देखिए ये Energy मुझे कहाँ तक ले जाती है ……

1 comment:

raakesh Maudgal said...

prachee ji aap bahut achchha kar rahi hain..aise hi kaam karte rahiye..Best of luck..

जय श्री कृष्ण