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From Team Jai Shri Krishna |
नियति नहीं है पूर्व निर्धारित
इसको हर क्षण मानव निर्णय बदलता रहता है ।
अन्धा-युग की ये पंक्तियाँ मेरे पात्र केशनी के साथ आजकल एकदम चरितार्थ हो रही हैं ………इन दिनों मेरे पात्र केशनी की भी नियति बदल गयी है। वह, जो कभी कॄष्ण की भक्त थी, अब कृष्ण और उसके परिवार की सबसे बड़ी प्रतिद्वन्दी बनकर उभर रही है ।
1 comment:
prachee ji aap bahut achchha kar rahi hain..aise hi kaam karte rahiye..Best of luck..
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